




वन बचाव प्रभाग
प्रभागाध्यक्ष: डा0 अश्वनी तपवाल , वैज्ञानिक-एफ |
अधिदेश
- नर्सरी, बागान और प्राकृतिक वन पर किफायती एवं पर्यावरण स्वीकार्य कीट प्रबंधन रणनीति का विकास
- वन उत्पादकता बढाने के लिए रोग प्रबंधन रणनीति का विकास
महत्वपूर्ण क्षेत्र:
- शत्रु कीट और क्षेत्र के महत्वपूर्ण पेड़ प्रजातियों की बीमारियों के प्रवनधन के लिए प्रोटोकॉल पर अनुसंधान करना
- शत्रु कीट और रोग नियंत्रण के लिए एकीकृत मोडल विकसित करना
- देशी प्रजातियों से जैव कीटनाशक तैयार करना एवं उनका व्यवसायीकरण
- फायदेमंद सूक्ष्म जीवों का वानिकी में प्रयोग करना
- वन उत्पादकता मे वृद्धि के लिए रोग प्रवनधन रणनीतियों को विकिसित करना
- कीट रोग विज्ञान ,जैविक नियंत्रण प्रयोगशाला ,insectary & insectarium ,वन संरक्षण के अन्य उभरते सीमाओं की आधारभूत संरचना की स्थापना करना
- कीट और मिक्रोबियल जैव विविधता पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का अध्ययन
- राज्य वन विभाग ,गैर सरकारी संगठनो और किसानों द्वारा शत्रु कीट और बीमारियो की समस्याओं पर पूछताछ की जांच करना और उनके नियंत्रण के लिए प्रबंधन तकनीकों का सुझाव देना
पूर्ण परियोजनाएं:
अ. प्लान परियोजनाएं:
- ईक्टरोपिस देओदार प्रौट. लेपिडॉप्टेरा:जियोमैट्रीडी पश्चिमी हिमालय के देवदार का एक रोगजनित कीट का जीव पारिस्थिति विज्ञान का अध्ययन (डा. रणजीत सिंह) (अप्रैल, 2000 से मार्च, 2006)
- देवदार के संदर्भ में आदर्श एकीकृत कीट प्रबंधन का विकास | (डा. रणजीत सिंह) ) (अप्रैल, 2000 से मार्च, 2006)
- महत्वपूर्ण वृक्ष प्रजातियों (देवदार, चीड, एवं शीशम) के कीट प्रतिरोधी जीनोटाईप एवं फेनोटाईप की जांच करना एवं उनका चयन करना | (डा. रणजीत सिंह) ) (अप्रैल, 2000 से मार्च, 2006)
- हिमाचल प्रदेश के औषधीय पौधों के महत्वपूर्ण कीटों का सर्वेक्षण, जीव विज्ञान एवं नियन्त्रण (डा. रणजीत सिंह) (अप्रैल, 2005 से मार्च, 2010)
- चीड़ के वनों में जटिल कीट छिद्रकों का प्रबंधन | (डा. रणजीत सिंह) (अप्रैल , 2006 से मार्च, 2012)
- चिलगोजा पाइनस जीरारडियाना वाल. के शंकु एवं बीजों को नुक्सान पहुंचाने वाले कीटों एवं रोगजनकों का अध्ययन | (डा. पवन कुमार) (अप्रैल, 2008 से मार्च, 2010)
- चिलगोजा पाइनस जीरारडियाना वाल. के भण्डारित किये गये बीजों में कीटों एवं रोगजनकों का प्रबंधन | (डा. पवन कुमार) (अप्रैल, 2010 से मार्च, 2013)
- शीशम डलबरजिया सीसो के बेहतर क्लोन के चयन के माध्यम से उत्पादकता वृद्धि | (डा. पवन कुमार) (अप्रैल 2007 से मार्च, 2013)
- हिमाचल प्रदेश में पीटायोजीनस स्काईटस ब्लेनफोर्ड (कोलीपटेरा: स्कोलीटीडी) की जीव परिस्थिती पर जलवायु के प्रभाव का अध्ययन | (डा. रणजीत सिंह) (अप्रैल 2011 से मार्च, 2016)
- शुक्पा जुनीपेरस पोलीकारपोस (कोच) के बीजों के कीटों का जीव अध्ययन और प्रबंधन एवं तीन वर्षों के लिये पौधशाला में कीटों की प्रतिरोधक क्षमता का मूल्यांकन | (डा. पवन कुमार) (अप्रैल, 2012 से मार्च, 2015)
ब. बाह्रय सहायता प्राप्त परियोजनाएं:
- हिमाचल प्रदेश के विभिन्न शंकुधारी वनों में नोकटयूडीड मोथस (लेपीडोपटेरा: नोकटयूइडी) का वर्गीकरण, जैव-विविधता एवं वास स्थान का अध्ययन | (डा. पवन कुमार) (सितम्बर, 2008 से मार्च, 2012)
- भारतीय हिमालय के शीत मरूस्थलों (स्पीति एवं लेह) के पतंगों का वर्गीकरण एवं आण्विक विश्लेशण (डा. पवन कुमार) (अप्रैल 2012 से मार्च, 2015)
- थाइसेनोप्लूसिया ओरिकेल्सिया (पी.) (लेपीडोपटेरा: नोकटयूइडी) का जैविक नियन्त्रण | उत्तरी- पश्चिमी हिमालय में कुठ के संभावित कीट तथा स्थानीय समुदाय में संरक्षण प्रोद्योगिकी का विस्तार | (डा. रणजीत सिंह) (नवम्बर, 2013 से मार्च, 2018)
- हिमाचल प्रदेश के पश्चिमी हिमालय के उप-अल्पाईन वनों में विभिन्न पारिस्थितिकीय तंत्र में ऊँचाई के अनुसार तितलियों के वितरण का स्वरूप का एवं उनके खाद्य पौधों के संसाधनों का अध्ययन करना | (डा. पवन कुमार) अप्रैल, 2013 से नवम्बर, 2016)
- जम्मू क्षेत्र के चीड वनों में नोकटयूड मोथ्स (लेपीडोपटेरा: नोकटयूइडी) की जैव-विविधता, वास-स्थान व जीआईएस मेप्पिंग का अध्ययन | (डा. सुभाष चंद्र) (अप्रैल, 2016 से मार्च, 2019)
- चिलगोजा पाइनस जीरारडियाना वाल. का माइकोरहीजल प्रौद्योगिकी के द्वारा संरक्षण | (डा. अश्वनी तपवाल) (अप्रैल, 2016 से मार्च, 2019)
चल रही अनुसंधान परियोजनायें:
अ. प्लान परियोजनाएं:
- हिमाचल प्रदेश उच्च पर्वतीय क्षेत्रों (हाई ट्रांजीशीनल ज़ोन) के वनों के बदलते हुए कीटों का अध्ययन एवं प्रबन्धन (डा. सुभाष चंद्र) (जून, 2016 से मार्च, 2021)
ब. बाह्रय चलित परियोजनाएं:
1. पाइनस जियार्डियाना (चिलगोजा)वाल में वैज्ञानिक हस्तक्षेप के माध्यम मे आजीविका उत्पादन मे सुधार एवं हिमाचल प्रदेश के महत्वपूरण जंगली मशरूमों का अध्यन I (डा. अश्वनी तपवाल) (2017- 2020)
उपकरण सूची:
क्र. सं. |
उपकरण का नाम |
1. | माइक्रोस्कोप निकॉन ई. 400 |
2. | पीसीआर (बेंच टॉप) |
3. | एल्क्ट्रोफोरेसिस (बेंच टॉप) |
4. | जेल-डॉक (प्रोटीन सेंपल) |
5. | माइक्रोस्कोप (एलएआई I3003276A) लीड्स मैक्रा एक्सज़ेड 150wA- कोल्ड लाइट इल्लुमिनेटोर |
6. | इंसेक्ट एक्टिविटी रिकॉर्डर |
7. | पी एच मीटर(pH meter) |
8. | माइक्रोस्कोप निकॉन एस.एम्जेड१५०० (Microscope Nikon SMZ1500) |
9. | कूलिंग सेंत्रिफुज (Cooling centrifuge) |
10. | इंसेक्ट ग्रोथ चेम्बर (Insect Growth Chamber) |
11. | बी ओ डी इन्कुबेटर (B.O.D. Incubator) |
12. | लेमिनार फ्लो (Laminar flow) |
13 | लीफ एरिया मीटर (Leaf Area Meter) |
14 | देसिकटर (Dessicator) |
15 | CO2 इन्कुबेटर (CO2 Incubator) |
16 | ऑटोक्लेव (Autoclave) |
17 | दीपफ्रीजेर (Deepfreezer) |
18 | आइस्फ्लेकर (iceflaker) |
19 | मुल्तिकूलिंग चेम्बर (Multichamber cooling unit) |
मानव शक्ति:
-->
क्रम संख्या |
स्टाफ नाम तथा पद का नाम |
|
1 |
वैज्ञानिक-एफ | |
2 |
डॉ पवन कुमार |
वैज्ञानिक-ई |
3 |
श्री अखिल कुमार | मुख्य तकनिकी अधिकारी |
4 |
श्रीमती नेहा ठाकुर |
वरिष्ठ तकनीशियन |
5 |
श्री रमेश चंद कैन्थला |
डेप्यूटी रेंजर |
5 |
श्री शुभम मालवीय |
फॉरेस्ट गार्ड |
डा0 अश्वनी तपवाल , वैज्ञानिक-ई
ई-मेल: tapwala@icfre.org
दूरभाष: :0177-2816114, मोबाइल.: 94180-65960