











पश्चिमी हिमालय सम- शीतोष्ण वाटिका की स्थापना:
वृक्ष वाटिका की स्थापनाय ऐक्स-सीटू प्रजाति संरक्षण के इष्ट तरीकों में से एक है आरबोरेटा वृक्ष वाटिका विभिन्न जलवायु व भौगोलिक क्षेत्रों के पेड़ों, झाड़ियों, जड़ी-बूटियों का समूह है वृक्ष वाटिका जर्मप्लाज्म के संग्रहण, बागबानी अध्ययन और बाह्य संरक्षण जैसे विभिन्न कार्यों में सहायक है अच्छी तरह से संगठित और डिजाइन वृक्ष वाटिका दुनिया में लोगों को पौधों के बारे में जागरूक करने व समाज में पौध-संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं |
वृक्ष वाटिका के विविध उपयोग हैं इसमें मुख्यत$ अनुसंधान शिक्षा, सामान्य पर्यावरण जागरूकता व पारिस्थितिकी पर्यटन (इको-टूरिजम) है | समाज व जैव विविधता में संबंध स्थापित करने के लिए भी वृक्ष वाटिका में जा सकतें है | एक बार स्थापित होने के बाद पश्चिमी हिमालय सम शीतोष्ण वाटिका क्षेत्र का प्रथम बाहय (ऐक्स-सीटू) पादप संरक्षण क्षेत्र होगा और उत्तर-पश्चिम हिमालय के संरक्षण क्षेत्रों में से एक प्रमुख क्षेत्र होगा | यह वृक्ष -वाटिका अनुसंधान संरक्षण के शौकिया लोगों व पेशेवर बागवानों के लिए भी उपयोगी सिद्ध होगा |
यह वृक्ष-वाटिका नीति निर्माताओं के मध्य जागरूकता और उपेक्षित प्रजातिओं के प्रति उनका ध्यान आकर्षित करेगी, साथ ही यह बागबानी और समुदायों की सांस्कृतिक और कलात्मक मूल्यों को बनाए रखने में भी सहायक सिद्ध होगी |
वृक्ष-वाटिका में मौजूद पादप प्रजातियां आर्थिक रूप से भी महत्वपूर्ण हैं | यह खाद्या:फल, मेवा, मसाले, फाइबर, सजावटी पौधे, लकड़ी भी प्रदान करती है | यह उनका पादप संग्रह लोगों को शिक्षित करने विशेषकर युवा पीड़ी को सम- शीतोष्ण हिमालय की जैव विविधता के संरक्षण के बारे में जागरूक करने में सहायक है |
संस्थान में चल रही विभिन्न परियोजनाओ के माध्यम से वृक्ष वाटिका में पौधों का संग्रहण किया गया है तथा यह संग्रहण अनुसंधान द्वारा, संरक्षण, व शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है | जंगली क्षेत्र से पादप संग्रहण जिसे वृक्ष वाटिका वनस्पति संग्रहालय के नमूने या जर्म प्लाज्म के रूप में एकत्रित किया जाता है वह वैज्ञानिक अध्यन मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है | यह पद्धति वैश्विक परिवर्तन व निवास के नुकसान के कारण कम हो रहे देसी पोधों के संरक्षण में भी योगदान देती है |
बुनियादी डांचे का विकास:
वृक्ष-वाटिका की संरचना को उत्तम बनाने के लिए वहां संकेतक उपयोग किए गए हैं | पौधों में नियमित रूप से खाद, निराई की जा रही है | आगंतुकों को अच्छा अनुभव करवाने के लिए कार्य किया जा रहा है | उदाहरण के लिए वहां गार्ड- हर्ट को हटा कर-फील्ड कार्यालय, (गजेबो), एक परगोला (परगोला) और आगंतुकों से बात करने के लिए एक अखाडा (एम्फी थीऐटर) बनाया गया है | यह वृक्ष वाटिका विशेष कर स्कूली बच्चों, स्थानीय समुदाय के लोगों सभी को पौधों व पौधों के प्राकृतिक आवास के बारे में ज्ञान प्रदान करती है | शिक्षा के क्षेत्र के कार्यक्रमों में बच्चों में जागरूकता कार्यक्रम, व्याख्यान, चित्रकला, नारा लेखन शामिल है |
स्कूल में सीखने के अलावा यहां के कार्यक्रम बच्चों को पर्यावारण/ जैव विविधता और रोजमर्रा की गतिविधियों के बीच संबंध स्थापित करने में सहायता करते हैं | आउट डोर (बाहरी) कक्षाएं बच्चों को शीघ्र सीखने में सहायता करती है, यही वृक्ष-वाटिका का मुख्य उद्द्शेय है |
अनुदान:
पी0 सी0 सी0 एफ0 वन्य जीव हिमाचल प्रदेश राज्य वन विभाग
प्रशासन:
डा0 वी0 पी0 तिवारी, निदेशक, हिमालयन वन अनुसंधान संस्थान
श्री जगदीश सिंह, प्रभाग प्रमुख, अकाष्ठ वन उत्पाद प्रभाग
डा0 वनीत जिष्टू, वैज्ञानिक प्रभारी पश्चिमी हिमालय सम- शीतोषण वाटिका Jishtu@yahoo.com